करनाल:
नारी निकेतन की लड़की के साथ वाणी विकलांग केंद्र में हुए रेप व गर्भपात के मामले की जांच पुलिस के लिए परेशानी बनी हुई है। पीडि़ता के वाणी विकलांग होने के कारण वह आम आदमी की तरह नहीं बोल सकती।
वह हाथों से इशारे कर अपनी पीड़ा जरूर बताती है, लेकिन इस भाषा को समझने में करनाल पुलिस में कोई सक्षम नहीं है। इसके साथ ही पुलिस को संदेह है कि यदि वाणी विकलांग केंद्र के अध्यापकों से उसकी भाषा को ट्रांसलेट कराते हैं तो वे स्कूल को बदनामी से बचाने के लिए कुछ तथ्यों को छिपा सकते हैैं। इसके अलावा लड़की के परिजनों का पता न होने के कारण उसकी तरफ से कोई सही से पैरवी करने वाला भी नहीं है। यही कारण है कई घंटे बाद भी जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। पूरा मामला एफआईआर दर्ज करने तक सीमित बना हुआ है।
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